Podcast Episode's:
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अंक 9 : सामुदायिक रेडियो की दीवानगी
<p>पॉडभारती के <strong>नवें अंक</strong> में आप सुन सकते हैं</p>
<ul>
<li>भारत में सामुदायिक यानि कम्यूनिटी रेडियो व कैंपस रेडियो परिदृश्य पर एक रपट,</li>
<li>‍लोकप्रिय पॉडकास्टर उन्मुक्त का <a href="http://en.wikipedia.org/wiki/MP3">एमपी-‍3</a> की बजाय <a href="http://en.wikipedia.org/wiki/Ogg">ओग फार्मेट</a> से लगाव के कारणों का खुलासा और,</li>
<li>उभरते गायक और भाईबहन की जोड़ी “खुशी और नौज़ाद” के एल्बम “<a href="http://tarkashent.com/americameinindia.html" target="_blank" rel="noreferrer noopener">अमेरिका में इंडिया</a>” से एक मधुर गीत</li>
</ul>
<h4>इस अंक में उल्लेखित कड़ियाँ और अधिक जानकारीः</h4>
<h5>भारत में सामुदायिक रेडियो</h5>
<ul>
<li><a href="http://www.sarai.net/mailing-lists/cr-india-a-list-on-community-radio-in-india">सीआर इंडिया</a>: सामुदायिक रेडियो विषय पर चर्चा करती सराय की एक मेलिंग लिस्ट</li>
<li><a href="http://collinfo.annauniv.edu:6060/emrc/annafm/annafm.htm">अन्ना एफएम</a>: देश के पहले कैंपस रेडियो स्टेशन का जालस्थल</li>
<li><a href="http://www.cgnet.in/Members/shu/Members/shu/ufanarticles/baasi011206/document_view">गुड मॉssssssर्निंssssssग भारत</a> : “चाहे वह सुदूर सरगुजा का आदिवासी किसान हो या रायपुर का रिक्शा चालक, दोनों के पास उनकी गरीबी के अलावा कोई और चीज सामान्य है, तो वह है उनका ट्रांजिस्टर।” सामुदायिक रेडियो के उद्भव पर शुभ्रांशु चौधरी की रोचक रपट।</li>
<li><a href="http://www.bbc.co.uk/hindi/news/020205_radio_ak.shtml">रेडियो पर इंटरनेट</a>: अब इंटरनेट दूर दराज़ के लोगों तक रेडियो के ज़रिए भी पहुंच रहा है। बीबीसी पर रपट।</li>
</ul>
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अंक 8 : भ्रष्टाचार विरोध का इंटरनेट एक्सटेंशन
<p>श्रोता मित्रों, पॉडभारती का <strong>आठवाँ एपीसोड</strong> अब पॉडभारती डॉट कॉम पर आपके लिये उपलब्ध है। अंक का संचालन किया है देबाशीष चक्रवर्ती ने। पॉडभारती के इस अंक में आप सुन सकते हैं:</p>
<ul>
<li>भ्रष्टाचार के खिलाफ जिहाद लड़ रहे कर्नाटक के एक वरिष्ठ आई.ए.एस अधिकारी विजयकुमार की पत्नी <strong><a href="http://fightcorruption.wikidot.com/more" target="_blank" rel="noopener noreferrer">श्रीमती जयश्री</a></strong> के अदम्य साहस की कथा, जिसने अपने पति का केवल साथ ही नहीं दिया, बल्कि इससे एक कदम बढ़कर भ्रष्ट सफेदपोश गुंडों से उनकी जान की रक्षा के लिये इंटरनेट पर बनाया एक अनोखा दुर्ग।</li>
<li>लोकप्रिय हिन्दी चिट्ठाकार <strong><a href="http://unmukt-hindi.blogspot.in" target="_blank" rel="noopener noreferrer">उन्मुक्त</a></strong> की प्रभावशाली आवाज़ में सुनिये कैप्टन स्कॉट की डायरी से दक्षिणी ध्रुव के रोमांचक और साहसिक अभियान का वृत्तांत, जो दुर्भाग्यवश स्कॉट के जीवन का अंतिम अभियान भी सिद्ध हुआ। और अंत में,</li>
<li>ब्लॉगरों के लेखन में मदद कर उसमें निखार लाने की एक ब्राउज़र आधारित जुगत <strong>ज़ेमांटा</strong> के बारे में रोचक जानकारी।</li>
</ul>
<p> … <a href="https://www.podbharati.com/episode-8/#more-32" class="more-link">पूरा पढ़ें…</a></p>
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अंक 7 : ब्लैक पैम्फलैट्सः लीक से हटकर
<p>पॉडभारती का सातवाँ अंक आप तक कई महीनों के अंतराल में पहुंच रहा है इसके लिये हम क्षमाप्रार्थी हैं। हमारा इरादा हर कम से कम हर पखवाड़े एक अंक निकालना का रहा है पर व्यस्तता के कारण यह संभव न हो सका। हमारी ये कोशिश रहेगी कि पॉडभारती के अगले अंक नियमित अंतराल में जारी हों। पॉडभारती के सातवें में आप सुन सकते हैं:</p>
<ul>
<li>नये स्तंभ “लीक से हटकर” में जानिये <a href="https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%97%E0%A5%82%E0%A4%97%E0%A4%B2_%E0%A4%9F%E0%A5%89%E0%A4%95" target="_blank" rel="noopener noreferrer">जी-टॉक</a> के स्टेटस संदेशों के अभिनव प्रयोग के बारे में</li>
<li>दिल्ली के कैम्पस में चुनावी माहौल का सटीक चित्रांकन करती एक युवा फिल्म निर्माता नितिन पमनानी के प्रयास “<a href="https://www.youtube.com/playlist?list=PL5831B599E70544B2" target="_blank" rel="noopener noreferrer">ब्लैक पैम्पलेट्स</a>” की कथा और</li>
<li>संगीतकार मदन मोहन की रचना प्रक्रिया के एक अनछुये पहलू की जानकारी, रेडियोवाणी के <a href="http://radiovani.blogspot.com/" target="_blank" rel="noopener noreferrer">युनुस खान</a> की ज़ुबानी।</li>
</ul>
<p>इस अंक के बारे में आपकी राय का हमें बेसब्री से इंतज़ार रहेगा। हमें टिप्पणियों द्वारा या पॉडभारती एट जीमेल डॉट कॉम पर लिख कर बतायें।</p>
Listen:
अंक 6 : भारत, ऑलवेज टर्न्ड ऑन
<p>पॉडभारती के सभी श्रोताओं को हमारी ओर से स्वाधीनता दिवस की हार्दिक बधाई। हम प्रस्तुत हैं पॉडभारती के छठवें अंक के साथ, जिसमें आप सुन सकते हैं</p>
<ul>
<li>इंटरनेट का प्रादुर्भाव बढ़ रहा है, वेब 2.0 के साथ ही <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Rich_client_platform" target="_blank" rel="noopener noreferrer">रिच क्लाएंट</a> की बातें होती हैं और ज़ाहिर है कई कंपनियाँ मानती हैं कि अब आपका ब्राउज़र ही आपका पीसी है। ऐसे ही एक <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Desktop_virtualization" target="_blank" rel="noopener noreferrer">वर्चुअलाईज़्ड डेस्कटॉप</a> उत्पाद <a href="https://web.archive.org/web/20070204034922/http://www.nivio.com/">निवियो डॉट कॉम</a> की समीक्षा कर रहे हैं हमारे टेक गुरु <strong>रविशंकर श्रीवास्तव</strong>।</li>
<li>लंदन से <strong>नीरू कोठारी</strong> पेश कर रही हैं युरोप की खबरें और</li>
<li>अंत में सुनिये हमारे साठवें स्वतंत्रता दिवस पर एक <strong>विशेष प्रस्तुति</strong> जिसमें आप सुन सकेंगे रविंद्रनाथ टैगोर की दुर्लभ रिकार्डिंग।</li>
</ul>
<p><strong>त्रुटिसुधार:</strong> पॉडकास्ट में एक जगह कहा गया है कि भारतीय गणतंत्र 60 वर्ष का हो चुका है, यह बात त्रुटिपूर्ण है क्योंकि भारत स्वाधीनता के तीन वर्ष बाद गणतंत्र बना।</p>
Listen:
अंक 5 : थम न जाये जलधारा
<p>पॉडभारती का यह पांचवा पड़ाव है। इस पड़ाव पर संगीत के माध्यम से हम विचार करेंगे मानवता के सामने उभर रहे सबसे बड़े संकटों में से एक, यानी सिकुड़ रही जलधारा के बारे में। इसके अलावा नारी अधिकार और आतंकवाद जैसे मुद्दे भी इस अंक में शामिल है। इस अंक की विषयवस्तु कुछ यूं है:</p>
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<li>जलसंकट पर दैनिक भास्कर समूह में संपादक <strong>विकास मिश्र</strong> की संक्षिप्त वार्ता</li>
<li>जल–संरक्षण के मुद्दे पर दो खूबसूरत गीत, मशहूर ग़जल गायक <strong>भुपिंदर सिंह</strong> और <strong>रघुनाथ सरन</strong> की आवाज़ में</li>
<li><strong>किरण बेदी</strong> के साथ हुये अन्याय के बहाने नारी अधिकारों की बात कर रही हैं मुम्बई से वरिष्ठ पत्रकार <strong>सीमा अनंत</strong></li>
<li>ब्रिटेन में ग्लासगो मामले के बाद के हालात पर लंदन से <strong>नीरू कोठारी</strong> की खास रिपोर्ट</li>
</ul>
Listen:
अंक 4 : अंशुल ने मचाया गदर
<p>श्रोताओं की शिकायत रही है कि <a href="http://www.podbharati.com/about-us/">पॉडभारती</a> का रवैया गीत-संगीत और सिनेमा के प्रति बेरूखी का रहा है। हमें पूरा यकीन है कि पॉडभारती के इस अंक में यह शिकायत दूर हो जायेगी। हमारे चतुर्थ अंक में आप सुन सकते है:</p>
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<li>भारत-पाकिस्तान के बंटवारे की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म गदर का अनूठा पॉडिकरण</li>
<li>सिलिकन वैली में रहने वाले 13 साल के बेहद प्रतिभाशाली एनआरआई बालक <a href="https://web.archive.org/web/20120208102118/http://www.elementeo.com/aboutthecreator" target="_blank" rel="noopener noreferrer">अंशुल समर</a> से खास बातचीत और</li>
<li>कनाडा की <a href="https://web.archive.org/web/20120208102118/http://udantashtari.blogspot.com/" target="_blank" rel="noopener noreferrer">उड़न तस्तरी</a> यानी स्टार ब्लॉगर समीरलाल की एक अलग तरह की प्रतिभा की एक झलक।</li>
</ul>
<p>एक अपडेट: इस अंक के निर्माण के 12 साल बाद 2019 में मेरी अंशुल से <a href="https://www.linkedin.com/in/anshulsamar" target="_blank" rel="noopener">लिंक्डइन</a> पर भेंट हुई। वो अब घनी दाढ़ी वाला 25 वर्षीय युवक है। हर्ष की बात है कि अंशुल को ये इंटरव्यू याद था। अंशुल ने कहा, “हेलो देबाशीष अंकल! वाह, ये तो ब्लास्ट फ्रॉम द पास्ट है। आप मुझे मेरे मिडल स्कूल के दिनों में वापस ले आए, मैंने इसे अपने परिवार को भी भेज दिया। मैं अपनी सीट पर बैठा उस समय किये अपने बड़बोलेपन को सुन रहा हूं, और साथ ही, गहराई से आभारी हूं कि आपने अपने पॉडकास्ट पर 13 साल के बच्चे के लिए समय निकाला। दरअसल आप जैसे लोगों, TiE के मेंटर्स और गेम इंडस्ट्री के अन्य लोगों के प्रोत्साहन के कारण ही मुझे इस पर काम करने का अवसर मिला है। हमने पिछले साल तक अमेज़ॅान पर रसायन विज्ञान के खेल बेचे पर मैंने अब एलीमेंटो के काम को समेट लिया है। हाल ही में मैंने अपनी स्नातक डिग्री पूरी की और एआई हार्डवेयर के क्षेत्र में एक नया काम शुरू किया है।</p>
Listen:
अंक 3 : मायावती पर फ्रेश रिलायंस
<p>पॉडभारती के पॉडज़ीन स्वरूप में इज़ाफा करते हुये हम इसके तृतीय अंक में सामयिक घटनाओं के विश्लेषण शामिल कर रहे हैं। हमारे तृतीय अंक में आप सुन सकते हैं,</p>
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<li>पॉडभारती के <a href="http://www.podbharati.com/episode-1/">विगत</a> <a href="http://episode-2">अंकों</a> पर श्रोताओं की राय का अवलोकन व हमारी प्रतिक्रिया,</li>
<li>13 मई 2007 को राँची में रिलायंस फ्रेश सुपरमार्केट पर पथराव की घटना के दूरगामी परिणाम देखने का प्रयास <a href="https://samatavadi.wordpress.com/" target="_blank" rel="noopener noreferrer">अफलातून देसाई</a> और <a href="http://puranikalok.blogspot.com/" target="_blank" rel="noopener noreferrer">आलोक पुराणिक</a> के साथ और</li>
<li>उत्तर प्रदेश के असेंबली चुनाव में बसपा को मिले बहुमत के निहितार्थ बताती <a href="http://srijanshilpi.blogspot.com/" target="_blank" rel="noopener noreferrer">सृजन शिल्पी</a> की विशेष वार्ता।</li>
</ol>
Listen:
अंक 2 : मातृत्व दिवस विशेष
<p>हमारे समाज में मां को एक देवी का दर्जा मिला हुआ है और इसी की बदौलत मातृत्व को संसार का सबसे बड़ा सुख माना जाता है। मगर दु:ख कि बात यह है कि हर मां इतनी खुशकिस्मत नहीं। इस दुनिया में कुछ मांएं ऐसी भी हैं जिन्हें न तो देवी माना जाता है और न ही उनका मातृत्व सुख का कारण है। जी हां, हम उन्हीं औरतों की बात कर रहे हैं जिन्हें ये समाज वेश्यायें, रंडी, तवायफ और न जाने किन-किन नामों से पकारता है, उनके मातृत्व को पाप और कलंक कहता है। ऐसी ही कुछ मांओं से कीजिये मुलाकात और जानिये उनके बच्चों और उनके सपनों को पॉडभारती के इस मदर्स डे विशेषांक में। कार्यक्रम की परिकल्पना व संचालन किया है शशि सिंह ने। इस मार्मिक पॉडकास्ट को आप कभी भूल न पायेंगे, हमारा वादा है।</p>
Listen:
अंक 1 : मुहल्ला ट्राँसलिट्रेशन वाला
<p>प्रस्तुत है पॉडपत्रिका <strong>पॉडभारती</strong> का पहला अंक। कार्यक्रम का संचालन किया है <a href="http://nuktachini.debashish.com/" target="_blank" rel="noopener noreferrer">देबाशीष चक्रवर्ती</a> ने और परिकल्पना है देबाशीष और <a href="http://mumbaiblogs.in/">शशि सिंह</a> की। अप्रेल 2007 के इस प्रथम अंक में आप सुनेंगे।</p>
<ul>
<li>हिन्दी चिट्ठाकारी ने अप्रेल 2007 में चार साल पूरे किये हैं। ये फासला कोई खास तो नहीं पर कई लोग इसी बिना पर पितृपुरुष और पितामह कहलाये जाने लगे हैं और अखबारों में छपने लगे हैं। पॉडभारती के लिये चिट्ठाकारी के इस छोटे सफर का अवलोकन कर रहे हैं <strong>लोकप्रिय चिट्ठाकार <a title="Fursatiya" href="http://hindi.com/fursatiya" target="_blank" rel="noopener noreferrer">अनूप शुक्ला</a></strong>।</li>
<li>गूगल के हिन्दी ट्रांस्लिट्रेशन टूल के प्रवेश से हिन्दी चिट्ठाकारी को एक नया आयाम मिला है। इस टूल के बारे में और जानकारी देंगे <strong>टेकगुरु <a title="Ravi Ratlami" href="http://raviratlami.blogspot.com/" target="_blank" rel="noopener noreferrer">रविशंकर श्रीवास्तव</a></strong>।</li>
<li><a title="Mohalla" href="http://mohalla.blogspot.com/" target="_blank" rel="noopener noreferrer"><strong>मोहल्ला</strong></a> हिन्दी का एक नया पर चर्चित ब्लॉग है। यहाँ इरफान के हवाले से लिखे एक लेख ने ऐसा हंगामा बरपा किया कि हिन्दी चिट्ठाजगत ही ध्रुवों में बंट गया। बहस वाया सांप्रदायिकता लानत मलानत और एक दूसरे के गिरेबान तक जा पहूंची। मुहल्ला पर अविनाश के माफ़ीनामे तक से मामला अब तक ठंडा नहीं पड़ा। इसी संवेदनशील विषय पर सुनिये पॉडभारती के <strong>शशि सिंह</strong> की खास रपट।</li>
</ul>
Listen:
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